रेल मंत्रलय नए साल में 160 किलोमीटर प्रतिघंटा (सेमी हाई स्पीड) से दौड़ने वाली ट्रेन सेट का ट्रायल शुरू करने जा रहा है। ट्रायल सफल होने के बाद ट्रेन सेट को देश के सबसे व्यस्त रेलवे मार्ग दिल्ली-कोलकाता और दिल्ली-मंबई पर चलाने की योजना है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेन सेट का किराया राजधानी एक्सप्रेस व शताब्दी एक्सप्रेस से अधिक होगा।रेलवे बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इंट्रीगल कोच फैक्ट्री, चैन्नई में ट्रेन सेट बनकर तैयार हो रही है। पहला ट्रेन सेट जून 2018 में ट्रायल के लिए पटरियों पर दौड़ने लगेगा। इसके बाद इसे दिल्ली-कोलकाता व दिल्ली-मुंबई मार्ग पर चलाएगा। पहले शताब्दी की तर्ज पर एसी चेयरकार वाली ट्रेन सेट चलेगी। इसके बाद राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेन सेट में बर्थ की चलेंगी।








दोनों प्रकार की ट्रेन सेट 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पर दौड़ेगी। रेलवे उपरोक्त दोनों मार्गो का उन्नयन कार्य चल रहा है। इसमें रेल पटरियों को मजबूत करना, विद्युतीकरण, सिग्नल सिस्टम का आधुनिकीकरण, तीव्र मोड हटाना, रेल पुल मजबूत बनाए जा रहे हैं। दोनों मार्गो पर रेलवे 18000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर रहा है। इसके बाद उक्त मार्गो पर ट्रेन सेट को 160 से 200 किलोमीटर प्रतिघंट दौड़ाया जा सकेगा। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि रेलवे तीन साल के अंदर 15 ट्रेन सेट बनाएगी। अधिकारी ने बताया कि राजधानी-शताब्दी से अधिक गति व सुविधाएं होने के कारण ट्रेन सेट का किराया अधिक होगा, जिसे बाद में तय किया जाएगा।




रेलवे बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि मुंबई में वातानुकुलित लोकल ट्रेनें (ईएमयू) इस साल दिसंबर के अंत तक दौड़ने लगेंगी। हालांकि इसकी अभी तारीख तय नहीं हुई है लेकिन माना जा रहा है कि रेलमंत्री पीयूष गोयल वातानुकुलित लोकल ट्रेनों को मुंबई में हरी झंडी दिखाएंगे। इसकी लोकप्रियता बढ़ने पर उक्त ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी। मुंबई के अलावा रेल मंत्रलय चेन्नई, बेगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता आदि शहरों में वातानुकुलित लोकल ट्रेनें चलाएगा लेकिन इस योजना में देश की राजधानी दिल्ली को शामिल नहीं किया गया है।




केंद्र सरकार ने रेल संबंधी स्थायी समिति को जानकारी दी कि वर्ष 2017-18 में बड़ी लाइन के नेटवर्क में 3500 किलोमीटर विस्तार करने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें 800 किमी नई लाइन शामिल है। लोकसभा में गुरुवार को पेश रेल संबंधी स्थायी समिति की सिफारिश पर सरकार की ओर से की गई कार्रवाई दर्शाने वाली रिपोर्ट में यह बात कही गई है सरकार ने बताया कि इसमें 1100 किमी आमान परिवर्तन और 400 किमी समर्पित माल यातायात गलियारे सहित 1600 किमी दोहरीकरण शामिल है। समित ने संतोष जताया कि वर्ष 2015-16 में कुल 2828 किमी ब्रॉड गेज को चालू किया गया है जिसमें 813 किमी नई लाइन, 1043 किमी का आमान परिवर्तन और 972 किमी का आमान दोहरीकरण शामिल है। समिति ने वर्ष 2015-16 के लक्ष्यों को पूरा करने में रेलवे के बेहतर कार्य निष्पादन पर संतोष जताया।समर्थन जारी रखेगी : रेल बजट के आम बजट में विलय के बाद भी रेलवे के पूंजी व्यय को आंशिक रूप से पूरा करने के लिए सरकार सकल बजटीय समर्थन जारी रखेगी। लोकसभा में गुरुवार को पेश रेल संबंधी स्थायी समिति की सिफारिश पर सरकार की ओर से की गई कार्रवाई दर्शाने वाली रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
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