नियम लाख आड़े आएं, लेकिन अधिकारी मन माफिक तरीका खोज ही लेते हैं। अंबाला से एक अधिकारी को शोकसभा में शरीक होने के लिए लखनऊ जाना था। इसलिए वे इंस्पेक्शन कैरेज (सैलून) से जाना चाहती थीं। पर नियम आड़े आ रहे थे, इसलिए अंबाला से ऑपरेटिंग विभाग के अधिकारी के नाम से काटा गया और सपरिवार गईं महोदया।








इस सैलून (989978/ए) को चंडीगढ़ से लखनऊ जाने वाली चंडीगढ़-लखनऊ एक्सप्रेस (12232) जब बुधवार रात करीब साढ़े दस बजे अंबाला छावनी के प्लेटफार्म नंबर वन पर पहुंची तो उससे जोड़ा गया। सूत्र बताते हैं कि इस दौरे के लिए बृहस्पतिवार को सीनियर डीसीएम लखनऊ शिवेंद्र शुक्ल के साथ मीटिंग दिखाई गई, जबकि वह उस दिन अवकाश पर थे। हालांकि लखनऊ में मामला उजागर होने के बाद शिवेंद्र सिंह ने छुट्टी के बावजूद मीटिंग दिखा दी।




अंबाला रेल मंडल के अधिकारी भी मामले को रफा-दफा करने में जुट गए हैं। डीआरएम दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि सैलून लेकर अधिकारी सरकारी दौरों पर जाते रहते हैं, कोई लखनऊ भी गया होगा। किस अधिकारी के नाम से मेमो काटा गया है और कौन अधिकारी गया है, वह इसे चेक करके ही बता सकते हैं। हालांकि जांच होने पर लखनऊ जाने वाली अधिकारी के मोबाइल की लोकेशन उनके व्यक्तिगत दौरे से पर्दा उठा सकती है। 1बता दें कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सभी रेल मंडलों के महाप्रबंधक (जीएम) और डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) को रेलवे के वीआइपी सैलून के बजाय मेल-एक्सप्रेस के शयनयान व एसी-3 श्रेणी में सफर करने के निर्देश दिए थे।




इन्हें मिलता है सैलून : रेलमंत्री, रेल राज्यमंत्री, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन, महाप्रबंधक, उनके कार्यालय के सीनियर अफसर, आरडीएसओ के डीजी व एडीजी, रेलवे कारखानों के प्रमुखों के साथ मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त, रेल संरक्षा आयुक्त और डीआरएम, जे ग्रेड के अफसर।1सैलून में होती है हर सुविधा : सैलून में बड़े होटलों की तरह ड्राइंग रूम, दो बेडरूम, टॉयलेट और रसोई सहित सभी जरूरी सुविधाएं मिलती हैं। किचेन में हर समय कुक मौजूद रहते हैं।लखनऊ में चंडीगड़ लखनऊ एक्सप्रेस के साथ लगे सैलून से उतरते अधिकारी’सीनियर डीसीएम लखनऊ शिवेंद्र शुक्ल यदि अवकाश पर हैं तो आज ही दौरा क्यों बनाया गया?1’ऑपरेटिंग विभाग के जिस अधिकारी के नाम से मेमो काटा गया वे खुद सैलून में क्यों नहीं गए?1’जे ग्रेड के अफसर सैलून का दुरुपयोग कर रहे हैं तो डीआरएम रैंक के अफसर दिखावा के लिए एसी क्लास में यात्र कर रहे हैं?1’लखनऊ में किस अधिकारी के साथ बैठक करनी है, इसका जिक्र मेमो में क्यों नहीं किया गया?

Source:- Dainik Jagran News Paper

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