बिना गार्ड के मालगाड़ी चलाने की नई तकनीक ईओटीटी (एंड टु टेन टेलिमेट्री) का देशभर में विरोध शुरू हो गया है। रेलवे के गार्ड इसका मुखर विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को इसका प्रभाव धनबाद रेल मंडल में भी देखा गया जहां गार्डो ने एकजुट होकर जोरदार विरोध किया। 1ऑल इंडिया गार्ड काउंसिल ने इसके विरोध में 18 से 20 जनवरी तक विरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया है।








शनिवार को डीआरएम कार्यालय के समक्ष धरना का भी आयोजन होगा। 1काउंसिल के धनबाद मंडल सचिव आसीफ अली व प्रवक्ता मुनेश्वर सिंह ने बताया कि ईओटीटी रेलवे गार्ड के खिलाफ षडयंत्र है। उन्होंने बताया कि गार्ड की जिम्मेदारी रेल परिचालन में महत्वपूर्ण है। इस तकनीक से सुरक्षित रेल परिचालन संभव नहीं हो सकेगा।




धनबाद स्टेशन के चालक नियंत्रण कक्ष के समीप आयोजित धरना में काफी संख्या में गार्ड मौजूद थे। 1जानिए क्या है ईओटीटी : ईओटीटी (एंड टु टेन टेलिमेट्री) नई तकनीक है जो बिना गार्ड के मालगाड़ी चलाने में मददगार होगी। इसमें दो यूनिट होंगे। एक सेंस एंड ब्रेक यूनिट जो आखिरी डब्बे में लगेगा और दूसरा कैब डिस्प्ले यूनिट जो चालक के केबिन में लगने वाले डिस्प्ले पर दिखाई देगी। दोनों यूनिट रेडियो ट्रांसमीटर से कनेक्ट रहेंगे। धनबाद रेल मंडल कोयला लोडिंग डिविजन होने के कारण यहां मालगाड़ी के गार्ड की संख्या काफी अधिक है।




मालगाड़ी के बंटने की भी मिलेगी जानकारी : किसी कारणवश अगर मालगाड़ी दो हिस्से में बंट गई तो केबिन में बैठे चालक को ईओटीटी की मदद से इसकी भी जानकारी मिल जाएगी। 1ईओटीटी की कीमत 10 लाख : मालगाड़ियों में लगने वाले प्रत्येक ईओटीटी की कीमत 10 लाख रुपये है। इसे खास तौर पर डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में दौड़ने वाली मालगाड़ियों के लिए उपयोग में लाने की तैयारी है।

रेल चालकों की भी बढ़ेगी जिम्मेदारी : इस तकनीक के आने से रेल चालकों की जिम्मेदारी और बढ़ जाएगी। चालक व सह सालक को और ज्यादा अलर्ट रहना पड़ेगा। दुर्घटना होने पर सीधे तौर पर कार्रवाई के दायरे में आएंगे।गार्ड घबराएं नहीं, वैकल्पिक कार्य मिलेंगे : डीआरएम 1डिजिटल युग में तकनीक का इस्तेमाल होगा ही पर इससे रेलवे के गार्ड को घबराने की जरूरत नहीं है। यह कहना है डीआरएम मनोज कृष्ण अखौरी का। उन्होंने कहा कि ईओटीटी के आने पर गार्ड को वैकल्पिक कार्यो से लगाया जाएगा।