7वां वेतन आयोग : रेलवे में प्रमोशन! बोर्ड ने मानी इन कर्मचारियों की डिमांड

7th Pay Commission : इंडियन रेलवे ने अपने कर्मचारियों को अच्‍छी सौगात दी है. दरअसल, रेलवे बोर्ड ने मॉडीफाइड एर्श्‍योड कॅरियर प्रोग्रेशन स्‍कीम (MACPS) के तहत 25 जुलाई 2016 से पहले दी गई APAR ग्रेडिंग में Good को Very Good के तौर पर लेने का फैसला किया है.








7th Pay Commission : इंडियन रेलवे ने अपने कर्मचारियों को अच्‍छी सौगात दी है. दरअसल, रेलवे बोर्ड ने मॉडीफाइड एर्श्‍योड कॅरियर प्रोग्रेशन स्‍कीम (MACPS) के तहत 25 जुलाई 2016 से पहले दी गई APAR ग्रेडिंग में Good को Very Good के तौर पर लेने का फैसला किया है. यानि 25 जुलाई 2016 से पहले के लंबित प्रमोशन वाले कर्मचारियों को अगर ‘गुड’ मिला है तो उसे ‘वेरी गुड’ के तौर पर लिया जाएगा और उसका प्रमोशन कर दिया जाएगा.




कैबिनेट सचिव ने दिया था आदेश
कैबिनेट सचिव ने हाल में रेल मंत्रालय को ऐसा करने के लिए कहा था. इस फैसले से रेलवे के हजारों कर्मचारियों को फायदा होगा. खासकर उन कर्मचारियों को जिनका प्रमोशन सिर्फ ‘गुड’ ग्रेडिंग के कारण रुका है. अब उसे ‘Very Good’ मानकर प्रोन्‍नति दे दी जाएगी.

क्‍या है MACPS
यह योजना 7वें वेतन आयोग के तहत लाई गई थी. इसमें उन्‍हीं कर्मचारियों को प्रमोशन मिलना तय हुआ था जिनकी ग्रेडिंग ‘वेरी गुड’ है. यानि अगर कर्मचारी की APAR ग्रेडिंग में जब तक ‘वेरी गुड’ नहीं लिखा जाता तब तक उसे प्रोन्नति नहीं मिलेगी. हालां‍कि रेलवे बोर्ड ने साफ किया है कि यह व्‍यवस्‍था 25 जुलाई 2016 के पहले के प्रोन्‍नति के लंबित मामलों में ही लागू होगी. इस तारीख के बाद प्रमोशन सिर्फ ‘वेरी गुड’ ग्रेडिंग पर ही मिलेगा.




क्‍या थी डिमांड
7वें वेतन आयोग के तहत MACPS के आने से तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को काफी नाराजगी थी. क्‍योंकि यह प्रमोशन व्‍यवस्‍था लागू होने से उन कर्मचारियों की प्रोन्‍नति रुक गई थी, जिनका प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप वेरी गुड नहीं है.

पहले प्रमोशन की व्‍यवस्‍था
पहले 10, 20 और 30 साल पर कर्मचारियों को प्रमोशन अपने आप मिलता था. उस समय एश्‍योर्ड कॅरियर प्रोग्रेशन (ACP) योजना थी. 7वें वेतन आयोग में इसे बदलकर मॉडीफाइड एर्श्‍योड कॅरियर प्रोग्रेशन स्‍कीम यानि MACPS कर दिया गया.