शेयर बाजार में भारी गिरावट का दौर जारी है। आने वाले महीनों में भी बाजार में तेजी की उम्मीद नहीं है। इसकी वजह अमेरिका-चीन के बीच जारी कारोबारी जंग, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, कंपनियों का कमजोर प्रदर्शन और घरेलू अर्थव्यवस्था की सुस्त चाल है। शेयर बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अभी उतार-चढ़ाव का दौर खत्म नहीं हुआ है। इसलिए छोटे निवेशकों को बाजार से दूर रहना चाहिए। शेयर बाजार लुढ़कने से न सिर्फ शेयर में निवेश करने वाले लाखों निवेशकों को नुकसान हुआ है, बल्कि म्यूचुअल फंड निवेशकों का भी रिटर्न कम हुआ है। कई म्यूचुअल फंड ने तो नाकारात्मक रिटर्न भी दिए हैं। इसके चलते छोटे निवेशक एक बार फिर से निश्चित आय वाले निवेश उत्पाद की ओर रुख कर रहे हैं। अगर आप भी बिना जोखिम के निवेश पर तय रिटर्न चाहते हैं तो हम आपको पांच विकल्प बता रहे हैं। पेश है निश्चित आय वाले निवेश विकल्प पर हिन्दुस्तान टीम की रिपोर्ट।








आरबीआई बचत बांड एक उम्दा विकल्प
मौजूदा समय में नियत आय वाले निवेश विकल्प में सबसे उम्दा है रिजर्व बैंक का बचत बांड। इस बांड में आप 1000 हजार रुपये की न्यूनतम राशि से निवेश कर 7.75 फीसदी की दर से रिटर्न पा सकते हैं। इस बांड की लॉक इन अवधि सात साल है। यानी आपको सात साल तक पैसा इसमें निवेश करना होगा। यह बांड कोई भी भारतीय खरीद सकता है और इसमें उम्र की कोई सीमा नहीं है। अगर आप वरिष्ठ नागरिक हैं तो आपको लॉक इन अवधि में छूट मिलेगी। 60 से 70, 70 से 80 और 80 साल के ऊपर के लागों के लिए लॉक इन अवधि क्रमश:छह, पांच और चार साल है। सामन्य वर्ग के लिए लॉक इन अवधि सात साल है। हालांकि, इस बांड में निवेश पर आपको कर छूट नहीं मिलेगी। यानी इससे होने वाली आय पर आपको आयकर चुकाना होगा। इन सब के बावजूद यह बांड लंबी अवधि के लिए एक बेहतर निवेश विकल्प जरूर है।




लंबी अवधि के लिए पीपीएफ सबसे सही
छोटे निवेशकों के बीच भविष्य निधि यानी पीपीएफ सबसे पसंदीदा निवेश विकल्प है। इसकी वजह इसके ऊपर मिलने वाला रिटर्न दूसरे निवेश विकल्प से अधिक और निवेश का लचीला रूप है। कोई भी निवेशक देशभर में स्थित बैंकों और डाकघरों के माध्यम से पीपीएफ में निवेश कर सकते हैं। इसमें 15 साल की समय सीमा के लिए हर साल ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख रुपये जमा करने की इजाजत मिलती है। वर्तमान में इसमें जमा की गई रकम पर 7.9% ब्याज मिल रहा है। रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए यह एक बेहतरीन निवेश विकल्प माना जाता है। इसमें पैसे निकालने की समय सीमा 15  साल है लेकिन आप छह साल के बाद कुछ जरूरतों के लिए पैसा निकाल सकते हैं।




सावधि जमा में अब देर ठीक नहीं 
सावधि जमा (एफडी) मौजूदा समय में जोखिम रहित रिटर्न पाने के लिए एक अच्छा निवेश विकल्प है। ऐसा इसलिए की आरबीआई द्वारा ब्याज दर घटाने के बाद बैंक कर्ज पर ब्याज दर घटा रहे हैं। आने वाले दिनों में वे जमा पर भी ब्याज घटाएंगे। यानी एफडी पर अभी मिल रही ब्याज में कटौती होगी। अभी ज्यादातर बैंक 6.25% से 7.5 फीसदी तक रिटर्न दे रहे हैं। वहीं आयकर की धारा 80सी तक तक 5 साल के एफडी में 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर कर छूट भी लिया जा सकता है। आप अपनी सुविधा के अनुसार एफडी में 7 दिन से लेकर 10 साल के लिए निवेश कर सकते हैं। अगर बीच में जरूरत हो जाए तो आप अपने एफडी पर लोन भी ले सकते हैं।

बेटियों के नाम खोले सुकन्या समृद्धि खाता
दस साल से कम उम्र की बच्ची के लिए उच्च शिक्षा और शादी के लिए बचत करने के लिहाज से सुकन्या समृद्धि योजना एक अच्छी निवेश योजना है। इसमें मात्र 250 रुपये जमा कर खाता खोला जा सकता है। एक साल में इसमें अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा कराये जा सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता किसी भी बैंक या डाकघर में खोला जा सकता है। बच्ची की उम्र 21 साल तक उस खाता को चलाया जा सकता है। इस खाते से बच्ची की उच्च शिक्षा के लिए 18 साल बाद 50 फीसदी रकम निकालने की सुविधा है। सुकन्या समृद्धि खाता को देशभर में कहीं भी ट्रांसफर कराया जा सकता है। हालांकि, इसके लिए साक्ष्य देने होंगे।

डाकघर में ‘आरडी’ ज्यादा फायदेमंद
निश्चित रिटर्न वाले निवेश विकल्प में आवर्ती जमा (आरडी) एक बेहतरीन विकल्प है। डाकघर में आरडी पर फिलहाल 7.2 फीसदी की दर से सालाना ब्याज मिल रहा है। इस ब्याज को त्रैमासिक रूप से जोड़ा जाता है।  यह सॉवरेन गारंटी के कारण सुरक्षित भी है। वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे निवेशकों के लिए छोटी बचत योजनाओं और सवधि जमा (एफडी) के मुकाबले आरडी एक बेहतर विकल्प है। डाकघर में पांच साल के लिए आवर्ती जमा(आरडी) खोला जा सकता है। अगर कोई निवेशक 10 रुपये प्रत्येक महीने निवेश करता है तो  उसे पांच साल के बाद 725.05 रुपये प्राप्त होगा। डाकघर में पांच साल के लिए आरडी खाता खोल सकते हैं जिसे फिर से पांच साल तक बढ़ा सकते हैं। वहीं बैंक एक साल से लेकर 10 साल का विकल्प दे रहे हैं। हालांकि, बैंकों के मुकाबले डाकघर में आरडी खोलना ज्यादा फायदेमंद है क्योंकि इस पर ज्यादा ब्याज मिलता है।

निवेश रकम से ब्याज का पूरा ब्योरा 
आरबीआई बचत बांड
ब्याज: 7.75 %
समय: 7 साल
निवेश की रकम: 1000 रुपये से अधिकतम की सीमा नहीं
कर छूट: नहीं

पीपीएफ
ब्याज: 7.9 %
समय: 15 साल
निवेश की रकम: 100 रुपये से 1.5 लाख तक
कर छूट: हां, 80सी के तहत 1.5 लाख तक

सावधि जमा
ब्याज: 7.5%
समय: 7 दिन से 10 साल
निवेश की रकम: 1000 रुपये से अधिकतम की सीमा नहीं
कर छूट: हां, 80सी के तहत 1.5 लाख तक

सुकन्या समृद्धि योजना
ब्याज: : 8.4%
समय: लड़की की उम्र 21 साल होने पर परिपक्वता
निवेश की रकम: 205 रुपये से अधिकतम 1.5 लाख तक
कर छूट: घारा 80सी के तहत सालाना 1.5 लाख की छूट

डाकघर आरडी
ब्याज: : 7.2%
समय: 5 साल
निवेश की रकम: 10 रुपये से शुरुआत
कर छूट: घारा 80सी के तहत 1.5 लाख की सालाना छूट