रेलवे बोर्ड ने सुविधा पास का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बड़ा कदम उठाने का निर्णय लिया है। अब रेलकर्मियों का पास डिजिटल होगा। रेलवे ने जीएम कार्यालय को कर्मचारियों का डाटाबेस तैयार करने का निर्देश है।

इस आधार पर सभी कर्मियों का ई-पास बनाया जाएगा। पास नंबर को रिजर्वेशन प्रक्रिया में डालते ही कर्मचारी की पूरी जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। साथ ही इस नंबर से रिजर्वेशन हुआ है या नहीं, इसकी जानकारी मिल जाएगी।








जीएम कार्यालय के अनुसार, ई-पास में कर्मचारियों का डिजिटल हस्ताक्षर रहेगा। छह महीने में एक पास पर दो बार रिजर्वेशन नहीं हो सकेगा। अधिकारियों के अनुसार, अब यह व्यवस्था भी खत्म की जाएगी, जिसमें किसी और को भेजकर या फोन पर टिकट क्लर्क को पास नंबर लिखाकर रिजर्वेशन करा लिया जाता है।








डिजिटल पास लागू होने के बाद कर्मचारी को खुद काउंटर पर जाकर टिकट कटाना होगा। यह व्यवस्था ई-पास के जरिए होगी, जिससे ऑनलाइन रिजर्वेशन कराया जा सके। ई-पास जारी होने के बाद मैन्युअली पास की व्यवस्था खत्म हो जाएगी। अभी रेल कर्मचारियों का पास स्टेशन अधीक्षक जारी करते हैं। इसमें पास नंबर व कर्मचारी की अन्य जानकारी रहती है।