रेल कर्मियों को मिलने वाले कागज के प्रिवेलेज या ड्यूटी पास पीटीओ जल्द ही बीते ज़माने की बात हो जाने वाली है. क्योंकि रेलवे बोर्ड ने अब रेल कर्मियों को पास पीटीओ के लिए जल्द ही यूनिक नंबर जारी कर देगा. इस प्रयोग का दक्षिण मध्य रेलवे में सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चूका है.

यहाँ प्राप्त जानकारी के अनुसार रेलवे बोर्ड के जॉइंट डायरेक्टर पैसेंजर मार्केटिंग संजय मनोचा ने इस आशय में पत्र जारी किया है. अपने पत्र संख्या 2020/तीजी/I/2-पी/सी-पास में कहा है कि पीआरएस पर टिकेट बुकिंग सुविधा के अंतर्गत HRMS से ऑनलाइन पास जारी करने के लिए प्रयोग किया जायेगा.

ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम के लिए पास module लागू करने के लिए तैयार है. जिस सम्बन्ध में जीएम/HRMS/CIRS द्वारा पात्र भी जारी कर दिया है. इसके लिए क्रिस ने पीआरएस पर ऑनलाइन टिकेट की व्यवस्था की है. चार जोनल रेलवे के कमर्शियल डिपार्टमेंट को इ-पास, इ-पीटीओ की बुकिंग की व्यवस्था स्थानीय क्रिस के साथ मिलकर की जाएगी. बताया गया है कि दक्षिण मध्य रेलवे में इस नयी व्यवस्था को सफलतापूर्वक प्रयोग किया गया. जिसको देखते हुए रेलवे बोर्ड ने अब सेंट्रल, ईस्टर्न, नार्दन और दक्षिण, रेलवे में चालू करने का निर्णय लिया है. इस आदेश को जल्द ही लागू कर दिया जायेगा.

क्या होगा इस व्यवस्था के तहत:- बताया गया है कि वर्तमान में अलग अलग ग्रेड के रेल कर्मियों को अलग अलग संख्या में रेलवे पास और पीटीओ जारी किया जाता है. ग्रेड सी के रेल कर्मियों को साल में तीन सेट पास और चार सेट पीटीओ मिलता है. इस व्यवस्था के तहत सभी रेल कर्मियों का एक एक यूनिक नंबर होगा. इस यूनिक नंबर का डाटा क्रिस के कंप्यूटर में फीड कर दिया जाएगा. जरूरत पड़ने पर जो रेल कर्मी अपना पास या पीटीओ का उपयोग करने के लिए रिजर्वेशन काउंटर पर पहुंचेगे. वे रिजर्वेशन फॉर्म पर अपना यूनिक नंबर अंकित क्र देंगे. अभी रिजर्वेशन कराने के लिए रिजर्वेशन फॉर्म पर पास या पीटीओ का नंबर लिखना पड़ता है. परन्तु इस व्यवस्था के तहत केवल यूनिक नंबर लिखना होगा. कंप्यूटर में यूनिक नंबर फीड करते ही उस कर्मचारी का सारा डाटा डिस्प्ले हो जायेगा और तब रिजर्वेशन के प्रक्रिया पूरी की जाएगी.